
रायगढ़ । जिले की नौ दागी सहकारी समितियों में इस बार बड़ा बदलाव किया गया है। अपेक्स बैंक ने पुराने प्रबंधकों की छुट्टी करते हुए नए प्रबंधकों की नियुक्ति कर दी है। अब ये नए अधिकारी पहली बार धान खरीदी का संचालन करेंगे। लंबे समय से समितियों में जमे पुराने कर्मचारियों पर अनियमितताओं और गबन के आरोप लगते रहे हैं, जिसके चलते सरकार को हर साल करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ता था।
सूत्रों के अनुसार, अपेक्स बैंक ने पिछले वर्ष ही इन समितियों में नए प्रबंधकों की नियुक्ति की थी, लेकिन धान खरीदी के बीच में उन्हें कार्यभार नहीं सौंपा गया। इस बार सभी नौ प्रबंधक अपनी-अपनी समितियों में पदस्थ होकर खरीदी प्रक्रिया की जिम्मेदारी संभालेंगे।
इन नए प्रबंधकों की पोस्टिंग लोइंग, तमनार, जतरी, खरसिया, धरमजयगढ़, कुड़ेकेला, लिबरा, राजपुर और लैलूंगा में की गई है। वहीं सारंगढ़ क्षेत्र के गाताडीह, भेड़वन और छिंद समितियों में भी नए प्रबंधकों की तैनाती की गई है।
पिछले वर्षों में धान खरीदी के दौरान बिचौलियों और बड़े किसानों के दबदबे के कारण कई समितियों में बोगस खरीदी के मामले सामने आए थे। जांच के बाद एफआईआर तो दर्ज हुई, लेकिन न तो वसूली हो सकी और न ही जिम्मेदारों पर ठोस कार्रवाई हुई।
इस बार अपेक्स बैंक ने साफ निर्देश दिए हैं कि खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी हो और किसी भी स्तर पर गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नए प्रबंधकों को पुरानी अनियमितताओं से निपटने के साथ-साथ खरीदी केंद्रों में अनुशासन और जवाबदेही कायम करनी होगी।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि कई समितियों में पहले से सक्रिय घपलेबाज फिर से प्रभाव जमाने की कोशिश में हैं। ऐसे में नए प्रबंधकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती पुराने तंत्र से पार पाना और खरीदी प्रक्रिया को भ्रष्टाचारमुक्त बनाना होगा।












